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आरोप है कि मृतिका की मां ने फरीदाबाद और रामपुर पुलिस के अफसर के यहां अपनी बेटी के हत्यारे को सजा दिलाने के लिए कई बार शिकायत की, केलिन उसे अनसुना कर दिया गया। इसके बाद पिछले 23 नबंवर 2019 को एक पत्र सूबे के सीएम को भेजा, जिस पत्र पर अब कार्रवाई शुरू हुई। डीएम ने तत्काल उस पत्र को गंभीरता से लेते हुए मृतिका के शव का पीएम कराने के लिए एक मजिस्ट्रेट को नियुक्त करके भेजा। जहां उन्होंने शव को कब्र से बाहर निकालकर पीएम के लिए जिला अस्पताल भेजा है।
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मृतिका की मां कहती है कि आरोपी काशीपुर आंगा थाना गंज का रहने वाला था। वह हमारे पड़ोस में रहकर कुछ काम करता था। उसी दौरान मेरी बेटी को प्रेम जाल में फंसाकर उसे रामपुर ले गया। मेरी बेटी मुझे फोन पर बताती थी कि अब वह दहेज मांगता था। वह परेशान थी कि वह दहेज कहां से दें। अचानक बेटी से जब बात नहीं हुई और नम्बर बन्द आने लगा तब मृतका की मां रामपुर पहुंची तो पता चला कि उसकी मौत हो चुकी है और उसके शव को दफन कर दिया जा चुका है।
सीओ सिटी सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि बेटी की मौत को लेकर मृतिका की मां ने अपनी बेटी के हत्त्यारे को सजा दिलाने के लिए पैरवी की। उनके आग्रह पर कब्र से उनकी बेटी की लाश को निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पीएम रिपोर्ट जैसे ही आ जाएगी पुलिस की इन्वेस्टिगेशन टीम को मिलेगी इस केस में आगे
कार्येवाही की जाएगी।